आप सभी जानते होंगे कि राजस्थान में दूर-दूर तक पानी नजर नहीं आता है, यहां पर जानवर तो क्या इंसान भी पानी के लिए तड़पता है, राजस्थान में जब तपती धूप होती है तो इंसानों का बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है, ऐसे में जब कोई जानवर प्यास के मारे इधर उधर भटक रहा हो तो उस जानवर का आप सोच सकते हैं कि क्या हाल हो सकता है। आज आप सभी को कुछ तस्वीरें दिखाई गई है जिसमें की एक तेंदुआ पानी ढूंढते हुए एक घड़ा में अपना सिर डाल देता है, इसके बाद तेंदुए के साथ जो हो रहा है वह लोगों को हैरान कर दे रहा है।
बर्तन में फंसा तेंदुए का सिर
राजस्थान के राजसमंद जिले में एक विचित्र घटना हुई, एक तेंदुआ पानी की तलाश में निकला था, पानी ढूंढते हुए तेंदुए को एक घड़ा दिखाई देता है जिसके बाद तेंदुआ पानी पीने के लिए अल्मुनियम के घड़ा में अपना सिर डाल दिया और वह घड़ा तेंदुए के सिर में फंस गया। 10 घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग के अधिकारियों से भयभीत जानवर को उसके दुख से मुक्त कराया जाता है, बाद में तेंदुए को कुंभलगढ़ वन्य जंगल में छोड़ दिया गया।
बुधवार की सुबह सरदुल खेड़ा गांव के निवासी जानवर की अजीब चीख से जाग उठे, डरा हुआ तेंदुआ गांव के चारों ओर सिर मे घड़ा फसाए हुए इधर-उधर भागता रहा और चिखता रहा, ग्रामीणों ने तेंदुए को देखकर अपने फोन में इसकी तस्वीरें ली और फौरन वन विभाग के अधिकारी को फोन करके बुलाया, कुछ ग्रामीणों ने तेंदुए का पैर बांधकर तेंदुए के सिर से घड़ा को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन यह तेंदुआ और ज्यादा आक्रमक बना देता है, जिसके बाद तेंदुआ किसी के भी वश में नहीं आता है,
घड़ा में सिर होने की वजह से तेंदुए को काफी ज्यादा घुटन महसूस होने लगती है और तेंदुआ अच्छी तरह से सांस भी नहीं ले पाता है, तेंदुए की हालत धीरे-धीरे गंभीर होती जाती है, कुछ देर बाद वन विभाग के लोग गांव में पहुंचते हैं और आक्रमक तेंदुए को शांत करने की कोशिश करते हैं, तेंदुए को शांत करने में और घड़े को बाहर निकालने में करीबन 4 घंटे लग जाते हैं, तेंदुआ गुस्से में आकर काफी ज्यादा आक्रमक हो जाता है इस वजह से तेंदुए को बेहोश करके घड़ा बाहर निकालना पड़ता है, अंत में तेंदुआ आजाद हो जाता है और जंगल में तेंदुए को छोड़ दिया जाता है।